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कोरोना दुनिया में:UN ने कहा- 130 देशों के पास वैक्सीन का एक सिंगल डोज तक नहीं, यह बहुत बड़ी नाइंसाफी

दुनिया में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 11.04 करोड़ से ज्यादा हो गया। 8 करोड़ 53 लाख से ज्यादा लोग ठीक हो चुके हैं। अब तक 24 लाख 39 हजार से ज्यादा लोग जान गंवा चुके हैं। ये आंकड़े www.worldometers.info/coronavirus के मुताबिक हैं।
UN चीफ का दर्द
संयुक्त राष्ट्र महासचिव (UN secretary general) एंतोनियो गुटेरेस के मुताबिक दुनिया में 130 देश हैं, जिनके पास कोविड-19 वैक्सीन का एक सिंगल डोज तक नहीं पहुंचा। यह बहुत बड़ी नाइंसाफी है। सिक्योरिटी काउंसिल की मीटिंग के दौरान गुटेरेस ने कहा- बहुत दुख और गुस्सा है कि हम दुनिया के 130 देशों को महामारी से निपटने के लिए वैक्सीन का एक डोज तक नहीं दे सके। वहीं, 10 देश ऐसे हैं जहां 75% वैक्सीनेशन प्रॉसेस पूरा हो चुका है। इससे साफ हो जाता है कि वैक्सीन डिस्ट्रिब्यूशन सिस्टम कितना गैरबराबरी वाला है। अगर हमें महामारी से उबरना है तो किसी भी हाल में और किसी भी कीमत पर सबको वैक्सीन मुहैया करानी होगी।
इंग्लैंड के लिए नई परेशानी
इंग्लैंड में संक्रमण पर दो तिहाई तक काबू पाया जा चुका है, लेकिन यहां एक नई परेशानी सामने आ रही है। ‘द गार्डियन’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इंग्लैंड में अब संक्रमण की चपेट में युवा ज्यादा आ रहे हैं। चिंता की बात यह है कि इनमें बच्चे भी शामिल हैं। हाल ही में इम्पीरियल कॉलेज ने एक स्टडी की। इसमें साफ हुआ प्राइमरी स्कूल के बच्चे भी संक्रमण के शिकार बन रहे हैं। देश में नए वैरिएंट्स सामने आए हैं, लेकिन यह बहुत ज्यादा खतरनाक साबित नहीं हुए। ज्यादातर मामले अब भी पुराने वैरिएंट के ही सामने आ रहे हैं।
होटल्स का वेंटिलेशन सिस्टम खतरा
ब्रिटेन के कुछ एक्सपर्ट्स द्वारा तैयार रिपोर्ट में दावा किया गया है कि देश के कुछ होटल्स का वेंटिलेशन सिस्टम खराब है और इनकी वजह से संक्रमण खतरनाक रूप ले सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक- दूसरे देशों से आने वाले कुछ लोगों को होटल्स में क्वॉरैंटीन किया जा रहा है। इन होटल्स का वेंटिलेशन सिस्टम अच्छा नहीं है। इसकी वजह से एयरफ्लो के जरिए वायरस बाहरी हिस्सों में पहुंच सकता है और इसकी वजह से कम्यूनिटी ट्रांसमिशन का खतरा बना हुआ है। यह रिपोर्ट सरकार को भी सौंपी गई है।
अमेरिका एयरलाइंस को नुकसान
‘द गार्डियन’ ने अमेरिकी एविएशन एक्सपर्ट्स की एक रिपोर्ट के हवाले से दावा किया है कि देश के सिविल एविएशन सेक्टर में 1984 के बाद पिछले साल यानी 2020 में सबसे ज्यादा गिरावट दर्ज की गई। इस दौरान 60% की गिरावट दर्ज की गई। 2020 में सिर्फ 368 मिलियन पैसेंजर्स ने एयरलाइंस का इस्तेमाल किया। 2019 में यही संख्या 922.6 मिलियन थी। इसके पहले 1984 में यह आंकड़ा महज 351.6 मिलियन था। एक्सपर्ट्स का मानना है कि 2023 या 2024 तक ही हालात सामान्य हो पाएंगे।
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सच्चाई छिपाने की कोशिश:चीन में तीन ब्लॉगर समेत 7 लोग गिरफ्तार, इन पर गलवान में मारे गए सैनिकों की बेइज्जती का आरोप

चीन ने गलवान घाटी में मारे गए सैनिकों के अपमान के आरोप तीन ब्लॉगर समेत कुल सात लोगों को गिरफ्तार किया है। लद्दाख की गलवान घाटी में पिछले साल 15 जून को भारतीय और चीनी सैनिकों की हिंसक झड़प हुई थी। इसमें हमारे 20 जवान शहीद हो गए थे। वर्ल्ड मीडिया के मुताबिक, चीन के 45 सैनिक मारे गए थे। करीब 8 महीने बाद आधिकारिक तौर पर उसने सिर्फ चार सैनिकों के मारे जाने की बात कबूल की है।
सरकार से सवाल नहीं कर सकते
‘इकोनॉमिक ऑब्जर्वर’ अखबार के इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट क्यू जिमिंग भी गिरफ्तार लोगों में शामिल हैं। उन्हें नानजिंग प्रांत से गिरफ्तार किया गया। क्यू ने सोशल मीडिया पर मारे गए चीनी सैनिकों की सही संख्या जाननी चाही थी। उन्होंने कहा था कि जो सैनिक मारे गए हैं और जो कमांडर गंभीर रूप से घायल है, उनकी भी सही पहचान बताई जानी चाहिए। चीन के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म बीवो पर क्यू के 25 लाख फॉलोअर हैं। चीन में ट्विटर की जगह माइक्रो ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म बीवो ही है।
सरकार ने आठ महीने सच क्यों छिपाया
क्यू ने सोशल मीडिया पर सरकार के इरादों पर सवालिया निशान लगाए। पूछा- सरकार यह बताए कि जब भारत ने अपने सैनिकों के शहीद होने की बात घटना के फौरन बाद स्वीकार कर ली थी तो हमारी सरकार ने 8 महीने क्यों लगाए। कहीं ऐसा तो नहीं कि भारत ने कम नुकसान झेलकर बड़ा फायदा हासिल कर लिया हो।
क्यू की गिरफ्तारी पर पुलिस ने कहा- वे सोशल मीडिया पर गलत जानकारी दे रहे हैं। उन्होंने हमारे सैनिकों का अपमान किया है। ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक, क्यू ने अपने ऊपर लगे आरोप कबूल कर लिए हैं। उनका सोशल मीडिया अकाउंट बंद कर दिया गया है।
और लोगों पर भी सख्ती
वीचैट पर इसी मामले का जिक्र करने वाले 28 साल के एक और ब्लॉगर को भी अरेस्ट किया गया है। इसका सरनेम चेन बताया गया है। आरोप है कि इस ब्लॉगर ने भी भारत की घुसपैठ और चीनी सैनिकों के मारे जाने पर भ्रामक जानकारी शेयर की थी। इसके अलावा एक और ब्लॉगर को सिचुआन प्रांत से गिरफ्तार किया गया है। बाकी चार लोगों के बारे में फिलहाल जानकारी नहीं दी गई।
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दुबई से ग्राउंड रिपोर्ट:कोरोना केस बढ़ते ही सभी बार और पार्टियां बंद, एयरपोर्ट पर अब चेहरा ही होगा पासपोर्ट

यूं तो दुनिया के 2 बड़े इवेंट गल्फ फूड और डिफेंस एक्सपो दुबई और अबू धाबी में चल रहे हैं और बिलियन डॉलर के सौदे भी हो रहे हैं, लेकिन कोरोना की वापसी ने यहां सबकी चिंता बढ़ा दी है। रोज औसतन 2800 संक्रमित मिल रहे हैं। कोरोना की इस लहर में मौतों की संख्या में भी उछाल देखने को मिल रहा है। 19 फरवरी को कोरोना से 20 मौतें दर्ज की गई हैं।
हालांकि 97.7 लाख की आबादी वाले यूएई में 55.6 लाख लोगों को वैक्सीन लग चुकी है। सरकार टेक्नोलॉजी और सख्ती से कोरोना का मुकाबला कर रही है। सरकारी दफ्तरों में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग और रोबोट की मदद से काम हो रहा है। दुबई इमीग्रेशन पर आईआरआईएस टेक्नोलॉजी शुरू की गई है। इसमें मुसाफिर का चेहरा ही उसका पासपोर्ट है।
दुबई ने सख्ती करते हुए सभी पब और बार को बंद कर दिया है। रेस्टोरेंट्स भी इवेंट्स या पार्टी नहीं कर सकते हैं। बढ़ती सख्ती का अंदाजा ऐसे लगा सकते हैं कि दुबई ने कोविड नियमों का पालन नहीं करने पर जनवरी में 14 व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को बंद किया था और 213 पर जुर्माना लगाया था। वहीं, बीते एक हफ्ते में 31 प्रतिष्ठानों पर जुर्माना लगाया गया है।
इसमें नियम तोड़ने पर एक डेजर्ट टूरिस्ट कैंप, याट पार्टी और प्राइवेट पार्टी पर 10-10 लाख रुपए का जुर्माना लगाया है। वॉट्सएप पर कोरोना पीसीआर टेस्ट का ऑफर देने वाली एक ट्रेवल एजेंसी को भी सील कर दिया है। सिनेमा हॉल और इनडोर इवेंट की कैपसिटी को 50% कर दी है। अबू धाबी में भी पार्टी पूरी तरह से बैन है। सिनेमा हॉल भी बंद हैं।
शादी में 10 और शोक सभा में 20 लोगों की ही इजाजत कर दी गई है। जिन कर्मचारियों ने वैक्सीन नहीं लगवाई है, उन्हें हर हफ्ते पीसीआर टेस्ट की रिपोर्ट जमा करने का आदेश दिया गया है। एक्सपर्ट्स कहते हैं कि दिसंबर में दुबई शॉपिंग फेस्टिवल और न्यू ईयर में लाखों यात्री आए। इस दौरान की गई लापरवाही ने कोरोना को वापसी में मदद की है।
दो लाख पहुंच गया था मॉल आने वाले लोगाें का राेज का औसत
दिसंबर में दुबई मॉल में आने वाले लोगों का रोज का औसत 2 लाख पहुंच गया था। बाजार वापसी कर रहा है और मार्केट में सभी सभी सेक्टर्स में रिकवरी दिख रही है तो सरकार इस अवसर को खोना नहीं चाहती है। 2020 में टूरिज्म सेक्टर में 94 लाख करोड़ रुपए के नुकसान के बाद जनवरी और फरवरी में एमिरेट्स एयरलाइंस ने पैसेंजर ट्रैफिक में 75-80% की ग्रोथ हासिल की है। दिसंबर में वर्ल्ड कूलेस्ट विंटर इवेंट से भी 2 हजार करोड़ रुपए का राजस्व कमाया है।
रेड लिस्ट के देशों के यात्रियों को 14 दिन क्वारेंटाइन किया जा रहा
अबू धाबी आने वाले यात्रियों को अतिरिक्त टेस्ट से गुजरना पड़ रहा है। यदि यात्री ग्रीन लिस्ट के देश से आ रहा है तो 10 दिन का क्वारेंटाइन, अगर रेड लिस्ट के देश से है तो 14 दिन सरकारी संस्थान में रहना होगा। बाकी सारे अमीरात शारजाह, अजमान, फुजैराह में भी ऐसी सख्ती है।
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NASA के पर्सिवियरेंस रोवर ने मंगल ग्रह से भेजा ऑडियो, लैंडिंग का VIDEO भी जारी किया

डिजिटल डेस्क, वाशिंगटन। अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) ने लाल ग्रह (मंगल) पर 18 फरवरी को की गई लैंडिंग के आखिरी मिनटों का एक वीडियो जारी किया है। नासा ने मार्स 2020 पर्सिवियरेंस रोवर (Perseverance Rover) द्वारा लिए गए वीडियो के साथ ही एक ऑडियो भी जारी की है। यह मंगल ग्रह से पहला ऑडियो है। रोवर पर एक माइक्रोफोन ने हवाओं की आवाज भी रिकॉर्ड की है।
पर्सिवियरेंस के कैमरा और माइक्रोफोन सिस्टम के लीड इंजीनियर डेव ग्रुएल ने कहा कि 60 सेकंड की रिकॉर्डिग में लगभग 10 सेकंड तक हवा की आवाज सुनी जा सकती है। इसके अलावा इसमें रोवर के कारण पैदा हुई आवाज भी सुनी जा सकती है। नासा का रोवर जेजेरो केट्रर में उतरा है, जहां पैराशूट खुलने से लेकर लैंडिंग तक के दृश्य वीडियो में देखे जा सकते हैं।
Your front-row seat to my Mars landing is here. Watch how we did it.#CountdownToMarspic.twitter.com/Avv13dSVmQ
— NASA’s Perseverance Mars Rover (@NASAPersevere) February 22, 202
मंगल ग्रह की लैंडिंग का दुनिया का सबसे अंतरंग दृश्य
अंतरिक्ष यान द्वारा मंगल ग्रह के ऊपरी वायुमंडल में 20,100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से प्रवेश करने के लगभग 230 सेकंड बाद मंगल ग्रह की लैंडिंग का दुनिया का सबसे अंतरंग दृश्य शुरू होता है।
वीडियो में रोवर को सतह पर लैंड करते हुए दिखाया गया
नासा की ओर से जारी हाई डेफिनेशन वीडियो में पर्सिवियरेंस रोवर एक लाल और सफेद रंग के पैराशूट के सहारे सतह पर उतरते हुए दिखाई दे रहा है। इस वीडियो में धूल के गुबार के बीच रोवर को सतह पर लैंड करते हुए देखा जा सकता है। यह वीडियो 3 मिनट 25 सेकंड का है।
मंगल पर पहली बार किसी रोवर की लैंडिंग कैप्चर की गई
नासा के जेट प्रोपल्सन लेबोरेटरी के निदेशक माइकल वाटकिंस ने कहा कि यह पहली बार है जब हमने मार्स पर लैंडिंग जैसे किसी इवेंट को कैप्चर करने में सक्षम हुए हों। उन्होंने कहा कि ये वाकई में कमाल का वीडियो है।
नासा के कार्यवाहक प्रशासक स्टीव जुर्सिस्क ने मंगल ग्रह पर उतरने को लेकर लोगों के बीच बने रहने वाले उत्साह को लेकर एक बयान में कहा कि जो लोग आश्चर्य करते हैं कि आप मंगल ग्रह पर कैसे उतरते हैं, या फिर यह इतना मुश्किल क्यों है, या ऐसा करना कितना कूल होगा, अब आपको आगे देखने की जरूरत नहीं है।
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